Tax Deduction क्या आप जानते हैं कि यदि आपकी वार्षिक सैलरी 17 लाख रुपये से अधिक है, तो भी आप आयकर से पूरी तरह बच सकते हैं? यह सुनकर आश्चर्य हो सकता है, लेकिन सही सैलरी संरचना और उपलब्ध छूटों का उपयोग करके यह संभव है इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपनी सैलरी को इस तरह से प्रबंधित कर सकते हैं कि आपकी कर योग्य आय कम हो जाए और आप आयकर से बच सकें।
इस आर्टिकल में, हम निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा करेंगे:
- सैलरी संरचना में बदलाव: कैसे सही सैलरी संरचना अपनाकर कर योग्य आय को कम किया जा सकता है।
- भत्तों और प्रतिपूर्ति का उपयोग: कौन-कौन से भत्ते और प्रतिपूर्ति कर-मुक्त हैं और उनका लाभ कैसे उठाया जाए।
- कैलकुलेशन का उदाहरण: एक उदाहरण के माध्यम से समझेंगे कि 17 लाख रुपये की सैलरी पर टैक्स कैसे शून्य किया जा सकता है।
सैलरी संरचना में बदलाव: कर योग्य आय कम करने का उपाय
वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में, सरकार ने 12 लाख रुपये तक की कर योग्य आय को टैक्स-फ्री कर दिया है लेकिन यदि आपकी सैलरी 17 लाख रुपये या उससे अधिक है, तो भी आप कुछ उपायों से अपनी कर योग्य आय को 12 लाख रुपये या उससे कम कर सकते हैं इसके लिए आपको अपनी सैलरी संरचना में कुछ बदलाव करने होंगे, जैसे कि विभिन्न भत्तों और प्रतिपूर्ति को शामिल करना।
कर-मुक्त भत्तों और प्रतिपूर्ति का लाभ उठाएं
निम्नलिखित भत्ते और प्रतिपूर्ति आयकर अधिनियम के तहत कर-मुक्त हैं:
- यात्रा भत्ता प्रतिपूर्ति: कार्यस्थल पर आने-जाने के दौरान किए गए खर्चों की प्रतिपूर्ति कर-मुक्त होती है, बशर्ते आप संबंधित बिल जमा करें।
- परिवहन भत्ता: विशेष रूप से विकलांग कर्मचारियों के लिए 3,200 रुपये प्रति माह या 38,400 रुपये प्रति वर्ष तक का परिवहन भत्ता कर-मुक्त है।
- टेलीफोन और इंटरनेट बिल: नौकरी से संबंधित टेलीफोन और इंटरनेट बिलों की प्रतिपूर्ति कर-मुक्त होती है, बशर्ते यह आपके पद और जिम्मेदारियों के अनुसार उचित हो।
- कार लीज पॉलिसी: यदि नियोक्ता आपको व्यक्तिगत और आधिकारिक उपयोग के लिए कार प्रदान करता है, तो इसका कर योग्य मूल्यांकन बहुत कम होता है उदाहरण के लिए, 1.6 लीटर से कम इंजन क्षमता वाली कार के लिए यह 1,800 रुपये प्रति माह है।
17 लाख रुपये की सैलरी पर टैक्स शून्य करने की कैलकुलेशन
आइए एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं कि 17 लाख रुपये की सैलरी पर टैक्स कैसे शून्य किया जा सकता है:
- सकल सैलरी: 17,00,000 रुपये
- घटाएं: यात्रा भत्ता प्रतिपूर्ति: 2,40,000 रुपये
- घटाएं: टेलीफोन और इंटरनेट बिल प्रतिपूर्ति: 50,000 रुपये
- घटाएं: कार लीज पॉलिसी: 21,600 रुपये (1,800 रुपये × 12 माह)
- घटाएं: मानक कटौती: 75,000 रुपये
- घटाएं: नियोक्ता का NPS योगदान: 2,13,400 रुपये (मूल सैलरी का 14%)
कुल कटौती: 5,00,000 रुपये
कर योग्य आय: 17,00,000 रुपये – 5,00,000 रुपये = 12,00,000 रुपये
इस प्रकार, कर योग्य आय 12 लाख रुपये होने पर, आपको कोई आयकर नहीं देना होगा।
सूचना: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है व्यक्तिगत कर परामर्श के लिए अपने वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें।