Sim Card Registration आज के डिजिटल युग में सिम कार्ड सिर्फ कॉल करने या इंटरनेट चलाने का जरिया ही नहीं, बल्कि पहचान का भी एक अहम हिस्सा बन गया है लेकिन बीते कुछ वर्षों में सिम कार्ड से जुड़े फ्रॉड मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जिससे सरकार और TRAI ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है अब नए सिम कार्ड लेने या बदलने के लिए पहले से ज्यादा कड़े नियम लागू किए गए हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको इन नए नियमों के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिनमें सिम कार्ड रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता, सिम स्वैप और पोर्टिंग के नए नियम, और इन बदलावों के पीछे की वजहें शामिल हैं।
सिम कार्ड लेने के नियमों में क्या बदलाव किए गए हैं
TRAI और सरकार ने टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि अब नए सिम कार्ड जारी करने या पुराने सिम को बदलने के लिए व्यक्ति का पूरा रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा इसके तहत:
- ई-केवाईसी (e-KYC) अनिवार्य: अब बिना e-KYC के नया सिम कार्ड नहीं मिलेगा यानी ग्राहक को अपनी पहचान और पता वेरिफाई कराना होगा।
- पुरानी सिम बदलने पर नया नियम: यदि कोई यूजर अपनी सिम बदलना चाहता है, तो अब उसे पहले से ज्यादा सावधानी रखनी होगी।
- सिम स्वैप पर नई पाबंदियां: अब यदि कोई व्यक्ति अपनी सिम को बदलने या स्वैप करने की कोशिश करता है, तो उसे 7 दिन तक UPC (यूनिक पोर्टिंग कोड) नहीं मिलेगा।
सिम कार्ड पोर्ट करने के लिए नए नियम क्या हैं?
अगर कोई यूजर अपना नंबर दूसरी टेलीकॉम कंपनी में पोर्ट करवाना चाहता है, तो उसे अब नए नियमों के तहत कुछ शर्तें पूरी करनी होंगी:
- पोर्टिंग के लिए सिम एक्टिवेट हुए कम से कम 90 दिन पूरे होने चाहिए।
- यदि हाल ही में सिम बदली गई है, तो अगले 7 दिनों तक पोर्टिंग नहीं हो सकेगी।
- नया सिम लेते समय पूरा बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन होगा।
सिम स्वैप धोखाधड़ी रोकने के लिए ये कदम उठाए गए हैं
बीते समय में साइबर क्रिमिनल्स ने कई लोगों के मोबाइल नंबर का दुरुपयोग करके उनके बैंक खातों तक पहुंच बनाई थी कई बार लोगों के आधार और फर्जी डॉक्यूमेंट्स से नए सिम इशू करवा लिए जाते थे इसे रोकने के लिए TRAI और सरकार ने यह सख्त फैसला लिया है।
अब यदि कोई अपनी सिम बदलवाने जाता है, तो टेलीकॉम कंपनियां उसके मोबाइल पर OTP भेजकर कंफर्म करेंगी कि वास्तव में वही व्यक्ति बदलाव करवा रहा है या नहीं।
नए नियमों से लोगों को क्या फायदा होगा?
- फ्रॉड से बचाव: फर्जी सिम कार्ड जारी करने और सिम स्वैप फ्रॉड पर रोक लगेगी
- सिक्योरिटी मजबूत होगी: लोगों की निजी जानकारी और बैंक डिटेल्स पहले से ज्यादा सुरक्षित रहेंगी
- फास्ट प्रोसेस: ई-केवाईसी के जरिए जल्दी सिम एक्टिवेट होगा
क्या आपको अपना सिम बदलवाना चाहिए?
अगर आपका सिम कार्ड सही तरीके से काम कर रहा है, तो इसे बदलवाने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन अगर आपको नेटवर्क की दिक्कत आ रही है या आप किसी दूसरी कंपनी की सेवा लेना चाहते हैं, तो आपको TRAI के नए नियमों के तहत प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
इन नए बदलावों से लोगों को सुरक्षा मिलेगी और साइबर क्राइम पर रोक लगेगी अगर आपको भी नया सिम लेना है या पुराना बदलवाना है, तो इन नियमों को ध्यान में रखें ताकि किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।