Kendriya Vidyalaya Admission केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya) देशभर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध हैं हर साल लाखों अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला केंद्रीय विद्यालयों में करवाना चाहते हैं, क्योंकि यहां शिक्षा का स्तर बेहतर होता है और सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) ने एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे इच्छुक अभिभावक अपने बच्चों के दाखिले के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अगर आप भी अपने बच्चे का एडमिशन केंद्रीय विद्यालय में करवाना चाहते हैं, तो आवेदन की सही प्रक्रिया, पात्रता मानदंड और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि आवेदन कब और कैसे करें, किन बच्चों को प्राथमिकता मिलेगी और एडमिशन प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
केंद्रीय विद्यालय एडमिशन 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया
केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन लेने के लिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है इच्छुक अभिभावकों को KVS की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है आवेदन फॉर्म भरने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है।
सबसे पहले KVS के ऑनलाइन एडमिशन पोर्टल पर जाएं और वहां दिए गए रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करें इसके बाद, आवेदनकर्ता को अभिभावक और छात्र से संबंधित सभी आवश्यक विवरण भरने होंगे आवेदन फॉर्म भरने के दौरान यह सुनिश्चित करें कि दी गई सभी जानकारियां सही और पूर्ण हों, क्योंकि किसी भी प्रकार की गलत जानकारी के कारण आवेदन खारिज किया जा सकता है।
फॉर्म भरने के बाद, जरूरी दस्तावेजों को स्कैन करके अपलोड करना होगा आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, एक कॉन्फर्मेशन नंबर प्राप्त होगा जिसे भविष्य में उपयोग के लिए सुरक्षित रखना जरूरी है।
केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लिए पात्रता मानदंड
केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश के लिए कुछ विशेष मानदंड तय किए गए हैं कक्षा 1 में दाखिले के लिए बच्चे की न्यूनतम आयु 5 वर्ष और अधिकतम 7 वर्ष होनी चाहिए कक्षा 2 और उससे ऊपर की कक्षाओं में दाखिला उपलब्ध सीटों के आधार पर दिया जाएगा।
अभ्यर्थियों को प्राथमिकता के आधार पर चयन किया जाता है सबसे पहले, केंद्रीय सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को प्राथमिकता दी जाती है इसके बाद, सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों के बच्चों को मौका मिलता है फिर, राज्य सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को प्रवेश दिया जाता है अंत में, निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के बच्चों को अवसर दिया जाता है, लेकिन यह पूरी तरह से सीटों की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
कक्षा 9 में प्रवेश के लिए कोई प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की जाती, लेकिन कक्षा 11 में प्रवेश छात्र के दसवीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर दिया जाता है यदि किसी कक्षा में सीटें सीमित हैं, तो छात्रों का चयन लॉटरी सिस्टम के माध्यम से किया जाता है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
केंद्रीय विद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन करते समय कुछ आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से जमा करना होता है, जिससे बच्चे की आयु का सत्यापन किया जा सके।
यदि बच्चा सरकारी कर्मचारी के माता-पिता का वारिस है, तो माता-पिता के सेवा प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है इसके अलावा, निवास प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, पिछली कक्षा की मार्कशीट (यदि आवश्यक हो), जाति प्रमाण पत्र (अगर लागू हो) और दिव्यांग छात्रों के लिए चिकित्सा प्रमाण पत्र भी आवश्यक होते हैं।
यदि कोई बच्चा एकल संतान है, तो उसे यह प्रमाणित करने के लिए एकल बच्चा प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा यह प्रमाणपत्र बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत विशेष लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक होता है।
केंद्रीय विद्यालय एडमिशन के लिए महत्वपूर्ण तिथियां
अभिभावकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे आवेदन प्रक्रिया की सभी महत्वपूर्ण तिथियों पर नजर बनाए रखें आमतौर पर, आवेदन जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में शुरू होते हैं आवेदन की अंतिम तिथि से पहले सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ फॉर्म जमा करना अनिवार्य होता है।
चयनित छात्रों की सूची केंद्रीय विद्यालय संगठन की आधिकारिक वेबसाइट और संबंधित विद्यालयों के नोटिस बोर्ड पर प्रकाशित की जाती है पहली लिस्ट जारी होने के बाद, यदि सीटें खाली रहती हैं, तो दूसरी और तीसरी सूची भी जारी की जाती है।
केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन के लाभ
केंद्रीय विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ अंग्रेजी और हिंदी माध्यम में पढ़ाई करने का विकल्प मिलता है स्कूलों में सभी आधुनिक सुविधाएं, स्मार्ट क्लासरूम, अनुभवी शिक्षक और बेहतर पाठ्यक्रम होते हैं, जो छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं और आगे की पढ़ाई के लिए तैयार करते हैं।
इसके अलावा, केंद्रीय विद्यालयों में नामांकन शुल्क बेहद कम होता है और यहां विद्यार्थियों को समान अवसर दिए जाते हैं यह स्कूल मुख्य रूप से केंद्रीय और राज्य सरकार के कर्मचारियों के बच्चों के लिए बनाए गए हैं, जिससे जब भी स्थानांतरण (ट्रांसफर) होता है, तो बच्चे को आसानी से अन्य किसी केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश मिल सकता है।