फिक्स्ड डिपॉजिट निवेशकों के लिए खुशखबरी, आरबीआई ने एफडी नियमों में किए महत्वपूर्ण बदलाव FD New Rule RBI

FD New Rule RBI नए साल की शुरुआत के साथ ही फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़े नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो 1 जनवरी 2025 से लागू हो चुके हैं इन बदलावों का उद्देश्य निवेशकों को अधिक लचीलापन और सुरक्षा प्रदान करना है।

आपकी जानकारी के लिए बताना चाहूँगा कि इस लेख में हम आपको आरबीआई द्वारा किए गए इन नए बदलावों की पूरी जानकारी देंगे इसमें हम जानेंगे कि अब आप कितनी राशि तक की एफडी कर सकते हैं, एफडी अकाउंट खोलने के लिए पैन कार्ड की आवश्यकता, एफडी की अवधि, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।

एक व्यक्ति कितने एफडी अकाउंट खोल सकता है

कई लोग यह जानना चाहते हैं कि एक व्यक्ति कितने फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोल सकता है आरबीआई के नियमों के अनुसार, 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति अपनी आमदनी के अनुसार सरकारी या प्राइवेट बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोल सकता है इसमें अकाउंट की संख्या पर कोई सीमा नहीं है हालांकि, प्रत्येक एफडी अकाउंट खोलते समय सही दस्तावेज़ और केवाईसी प्रक्रिया पूरी करना आवश्यक है।

एफडी अकाउंट के लिए पैन कार्ड की अनिवार्यता

फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोलने के लिए पैन कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है यदि आप किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में एफडी में निवेश करना चाहते हैं, तो पैन कार्ड होना अनिवार्य है नए नियमों के अनुसार, यदि आपकी एफडी से वार्षिक ब्याज आय ₹40,000 से अधिक है, तो बैंक टीडीएस काट सकता है वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा ₹50,000 है इसलिए, पैन कार्ड की जानकारी प्रदान करना आवश्यक है।

एफडी की अवधि और ब्याज दरें

निवेशक अपनी सुविधा और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार 7 दिन से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट कर सकते हैं वर्तमान में, कई बैंक एफडी पर 3.5% से लेकर 7.3% तक की ब्याज दरें प्रदान कर रहे हैं। ब्याज दरें बैंक और अवधि के अनुसार भिन्न हो सकती हैं, इसलिए निवेश से पहले विभिन्न बैंकों की दरों की तुलना करना लाभदायक होगा।

समय से पहले निकासी के नए नियम

आरबीआई ने समय से पहले एफडी निकासी के नियमों में भी बदलाव किए हैं:

  • ₹10,000 से कम की जमा राशि: जमाकर्ता तीन महीने के भीतर बिना किसी ब्याज के राशि निकाल सकते हैं।
  • ₹10,000 से अधिक की जमा राशि: जमाकर्ता तीन महीने के भीतर मूल राशि का 50% या ₹5 लाख (जो भी कम हो) बिना ब्याज के निकाल सकते हैं। शेष राशि पर नियमानुसार ब्याज मिलेगा।
  • गंभीर बीमारी के मामले में: जमाकर्ता गंभीर बीमारी की स्थिति में तीन महीने से पहले भी पूरी राशि बिना ब्याज के निकाल सकते हैं।

नॉमिनेशन प्रक्रिया में सुधार

नए नियमों के तहत, एनबीएफसी और एचएफसी को नॉमिनेशन, रद्द करने या संशोधन की प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाना होगा जमाकर्ता की सहमति से पासबुक या रसीद में “नॉमिनेशन रजिस्टर्ड” और नॉमिनी का नाम शामिल करना अनिवार्य होगा।

मैच्योरिटी सूचना अवधि में बदलाव

पहले, एनबीएफसी और एचएफसी को मैच्योरिटी से दो महीने पहले जमाकर्ता को सूचना देनी होती थी अब यह अवधि घटाकर 14 दिन कर दी गई है, जिससे जमाकर्ता को समय पर जानकारी मिल सके और वे अपने निवेश की योजना बना सकें।

इन नए नियमों के साथ, आरबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट निवेशकों को अधिक सुविधा और सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास किया है निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक या वित्तीय संस्थान से इन बदलावों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और अपने निवेश निर्णयों को सूचित तरीके से लें।

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