Canara Bank Rule आज के दौर में बैंकिंग सेवाएं हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुकी हैं डिजिटल लेन-देन और ऑनलाइन बैंकिंग के बढ़ते उपयोग के बीच, बैंक समय-समय पर अपने नियमों में बदलाव करते रहते हैं इसी क्रम में केनरा बैंक ने अपने खाता धारकों के लिए मिनिमम बैलेंस बनाए रखने से संबंधित कुछ नए नियम लागू किए हैं।
अगर आपका खाता केनरा बैंक में है, तो आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि आपके खाते में न्यूनतम राशि बनाए रखना अनिवार्य है अगर खाते में तय सीमा से कम बैलेंस रहता है, तो बैंक पेनल्टी शुल्क काट सकता है यह जुर्माना खाते के प्रकार और शाखा की श्रेणी के अनुसार अलग-अलग हो सकता है इस लेख में हम आपको बताएंगे कि केनरा बैंक में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए, अगर बैलेंस कम हुआ तो कितना जुर्माना लगेगा और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
केनरा बैंक में मिनिमम बैलेंस नियम क्या हैं
केनरा बैंक अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के खाते खोलने की सुविधा देता है बैंक के नियमों के अनुसार, ग्राहकों को अपने खाते में एक न्यूनतम राशि बनाए रखनी होती है, जिसे मिनिमम बैलेंस कहा जाता है यह राशि बैंक की शाखा की श्रेणी (ग्रामीण, अर्ध-शहरी, शहरी और मेट्रो) के आधार पर अलग-अलग निर्धारित की गई है।
अगर कोई ग्राहक इस निर्धारित न्यूनतम बैलेंस से कम राशि अपने खाते में रखता है, तो बैंक उस पर पेनल्टी लगा सकता है यह शुल्क हर महीने लगाया जा सकता है और खाते में उपलब्ध बैलेंस से स्वतः कट जाता है।
ग्रामीण, शहरी और मेट्रो शहरों के लिए मिनिमम बैलेंस कितना है
केनरा बैंक द्वारा निर्धारित न्यूनतम बैलेंस की सीमा शाखा के भौगोलिक स्थान के अनुसार तय की जाती है।
अगर आपका खाता ग्रामीण क्षेत्र में स्थित किसी शाखा में है, तो आपको अपने खाते में कम से कम ₹500 का बैलेंस बनाए रखना होगा।
यदि आपका खाता अर्ध-शहरी क्षेत्र की किसी शाखा में है, तो आपके खाते में न्यूनतम ₹1,000 होने चाहिए।
अगर आपका खाता किसी शहरी शाखा में है, तो बैंक ने न्यूनतम बैलेंस की सीमा ₹2,000 तय की है।
मेट्रो शहरों (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु आदि) में स्थित शाखाओं के लिए ₹2,000 से ₹3,000 तक का न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य हो सकता है।
अगर खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं है तो कितना लगेगा जुर्माना
अगर किसी ग्राहक का बैलेंस तय सीमा से नीचे चला जाता है, तो बैंक पेनल्टी के रूप में कुछ राशि काट सकता है यह शुल्क खाते में बनी शेष राशि और शाखा की श्रेणी पर निर्भर करता है।
अगर किसी ग्राहक के खाते में न्यूनतम बैलेंस से कम राशि होती है, तो बैंक ₹50 से लेकर ₹250 तक का मासिक शुल्क लगा सकता है ग्रामीण क्षेत्रों में यह पेनल्टी अपेक्षाकृत कम होती है, जबकि शहरी और मेट्रो शहरों में यह ज्यादा हो सकती है।
इसके अलावा, अगर खाते में बार-बार न्यूनतम बैलेंस की शर्त का उल्लंघन होता है, तो बैंक द्वारा अतिरिक्त शुल्क भी लगाया जा सकता है।
किन खातों में मिनिमम बैलेंस की अनिवार्यता नहीं है
हालांकि, कुछ विशेष प्रकार के खातों पर बैंक द्वारा मिनिमम बैलेंस रखने की बाध्यता नहीं होती है उदाहरण के लिए, बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट (BSBDA) यानी ज़ीरो बैलेंस अकाउंट रखने वाले ग्राहकों को इस नियम से छूट दी गई है।
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) के तहत खोले गए बैंक खाते भी ज़ीरो बैलेंस खाते होते हैं जिनमें ग्राहकों को न्यूनतम राशि बनाए रखने की जरूरत नहीं होती है।
मिनिमम बैलेंस बनाए रखने से कैसे बच सकते हैं जुर्माने से
अगर आप अपने बैंक खाते में बार-बार कम बैलेंस की समस्या से जूझ रहे हैं, तो कुछ आसान उपाय अपनाकर आप पेनल्टी से बच सकते हैं।
पहला तरीका यह है कि आप अपने नियमित खर्चों और बैंक ट्रांजैक्शनों को ध्यान में रखते हुए खाते में एक निश्चित राशि बनाए रखें, ताकि कभी भी मिनिमम बैलेंस की शर्त का उल्लंघन न हो।
दूसरा उपाय यह हो सकता है कि अगर आपको बार-बार पेनल्टी लग रही है, तो आप ज़ीरो बैलेंस अकाउंट खोलने के लिए बैंक से संपर्क करें कई बैंकों में यह सुविधा दी जाती है, जिससे ग्राहकों को अनावश्यक शुल्क से बचाया जा सके।
इसके अलावा, बैंक की ऑटो-स्वीप एफडी (Auto Sweep FD) सुविधा का लाभ लेकर आप अपने सेविंग्स अकाउंट में कम बैलेंस होने पर भी ब्याज प्राप्त कर सकते हैं और अतिरिक्त शुल्क से बच सकते हैं।
क्या आपको अपना खाता बंद करा देना चाहिए
अगर आप बार-बार मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं कर पा रहे हैं और आपको हर महीने जुर्माना देना पड़ रहा है, तो यह जरूरी नहीं कि आपको अपना खाता बंद कर देना चाहिए इसके बजाय, आप बैंक से संपर्क करके कम शुल्क वाले या ज़ीरो बैलेंस वाले खाते में अपना खाता ट्रांसफर करवा सकते हैं।
अगर आपको नियमित रूप से बैंकिंग सेवाओं की जरूरत नहीं पड़ती, तो आप अपना खाता बंद करने पर विचार कर सकते हैं लेकिन खाता बंद करने से पहले उसमें बची हुई राशि निकाल लें और सभी ऑटो-डिडक्शन सेवाओं को बंद करा दें।