Bank Nominee RBI Rule भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) समय-समय पर बैंकिंग सिस्टम में बदलाव करता रहता है ताकि ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें और बैंकिंग प्रक्रियाओं को आसान बनाया जा सके अब RBI ने बैंक खातों में नॉमिनी से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे खाताधारकों की संपत्ति उनके नामित व्यक्तियों (नॉमिनी) तक अधिक आसानी से और बिना कानूनी झंझट के पहुंच सके।
बैंक खाता खुलवाते समय नॉमिनी का चयन करना बेहद जरूरी होता है, क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि खाताधारक की मृत्यु के बाद उसकी जमा पूंजी सही व्यक्ति तक आसानी से पहुंच जाए लेकिन कई लोग नॉमिनी का नाम दर्ज नहीं कराते, जिससे बाद में परिवार वालों को बैंक से पैसे निकालने में कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है RBI ने अब इस प्रक्रिया को और आसान बना दिया है, ताकि खाताधारक के परिवार को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े इस लेख में हम आपको बताएंगे कि नए नियमों के तहत क्या बदलाव हुए हैं, नॉमिनी जोड़ने की प्रक्रिया क्या है और इससे खाताधारकों को क्या फायदा मिलेगा।
RBI के नए नॉमिनी नियमों में क्या बदलाव हुआ है?
RBI ने नॉमिनी से जुड़े नियमों को और पारदर्शी और सरल बनाने के लिए कई नए प्रावधान जोड़े हैं अब बैंक खाताधारकों के पास ज्यादा विकल्प होंगे और नॉमिनी जोड़ने की प्रक्रिया आसान हो गई है।
पहला बड़ा बदलाव यह है कि अब खाताधारक अपने बैंक खाते में अधिकतम चार नॉमिनी जोड़ सकते हैं पहले, एक ही व्यक्ति को नॉमिनी बनाया जा सकता था, लेकिन अब एक से ज्यादा नॉमिनी रखने की अनुमति दे दी गई है इससे अगर किसी खाताधारक के एक से अधिक उत्तराधिकारी हैं, तो वह अपने धन को उनके बीच बांट सकता है।
दूसरा बड़ा बदलाव यह है कि अब खाताधारक को स्पष्ट रूप से यह बताना होगा कि प्रत्येक नॉमिनी को कितने प्रतिशत राशि मिलेगी। अगर खाताधारक चार नॉमिनी जोड़ता है, तो वह यह तय कर सकता है कि कौन-से नॉमिनी को कितनी संपत्ति मिलेगी इससे बाद में किसी भी प्रकार के विवाद की संभावना कम हो जाएगी और बैंकिंग प्रक्रिया पारदर्शी हो जाएगी।
अगर कोई नॉमिनी नाबालिग है, तो खाताधारक को अब उसके लिए एक अभिभावक (गार्जियन) नियुक्त करना अनिवार्य होगा इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि खाताधारक की अनुपस्थिति में, नाबालिग की संपत्ति का सही तरीके से प्रबंधन हो।
नॉमिनी बदलने की प्रक्रिया अब हुई आसान
पहले नॉमिनी को बदलने की प्रक्रिया काफी लंबी और जटिल होती थी, जिसके कारण बहुत से लोग इसे अपडेट नहीं कराते थे अब RBI के नए नियमों के तहत नॉमिनी बदलने की प्रक्रिया को और सरल कर दिया गया है अगर किसी खाताधारक को अपनी नॉमिनी बदलनी है, तो वह बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेजी औपचारिकता के सीधे बैंक में जाकर नया नॉमिनी फॉर्म भर सकता है।
नॉमिनी जोड़ने या बदलने के लिए खाताधारक को बस एक सरल फॉर्म भरकर अपने बैंक में जमा करना होगा बैंक द्वारा यह जानकारी तुरंत अपडेट कर दी जाएगी और ग्राहक के खाते में नया नॉमिनी जुड़ जाएगा इससे यह सुनिश्चित होगा कि अगर खाताधारक अपने नॉमिनी को बदलना चाहता है, तो उसे किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
नॉमिनी जोड़ने के फायदे
अगर बैंक खाते में नॉमिनी पहले से ही जुड़ा हुआ है, तो खाताधारक के निधन के बाद उसके परिवार वालों को बैंक से पैसे निकालने के लिए किसी कानूनी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा बैंक सीधे नॉमिनी को भुगतान कर सकता है, जिससे उत्तराधिकार प्रमाण पत्र या अदालत की किसी प्रक्रिया की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अगर खाताधारक की मृत्यु के बाद उसके खाते में नॉमिनी नहीं है, तो परिवार को बैंक से पैसा निकालने के लिए लंबी कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जिसमें वसीयत, उत्तराधिकारी प्रमाण पत्र और अदालत से मंजूरी लेना शामिल होता है RBI ने इन सभी दिक्कतों को दूर करने के लिए नॉमिनी प्रक्रिया को अनिवार्य बना दिया है और इसे ज्यादा सुविधाजनक बना दिया है।
नए नियमों का उद्देश्य और ग्राहकों को फायदा
RBI के इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य बैंक खातों से जुड़े उत्तराधिकार प्रक्रिया को आसान बनाना है, ताकि खाताधारकों की संपत्ति उनके परिवार तक बिना किसी देरी और परेशानी के पहुंच सके इससे बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता भी बढ़ेगी और कानूनी विवादों को कम किया जा सकेगा।
अगर आप बैंक ग्राहक हैं और आपने अभी तक अपने खाते में नॉमिनी नहीं जोड़ा है, तो यह बहुत जरूरी हो जाता है कि आप जल्द से जल्द यह प्रक्रिया पूरी करें इससे न केवल आपके परिवार को भविष्य में राहत मिलेगी, बल्कि आपकी जमा राशि सुरक्षित हाथों में जाएगी।