8th Pay Commission हाल ही में केंद्र सरकार ने 8वें वेतन आयोग को मंजूरी दी है, जो 1 जनवरी 2026 से लागू होगा इस फैसले से लगभग 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा आइए, समझते हैं कि फिटमेंट फैक्टर क्या है और यह आपकी सैलरी को कैसे प्रभावित करेगा।
फिटमेंट फैक्टर क्या है
फिटमेंट फैक्टर वह गुणक है जिसके द्वारा वर्तमान मूल वेतन (बेसिक पे) को नए वेतनमान में परिवर्तित किया जाता है उदाहरण के लिए, यदि आपका मौजूदा मूल वेतन ₹20,000 है और फिटमेंट फैक्टर 2.86 है, तो नया वेतन होगा:
₹20,000 × 2.86 = ₹57,200
8वें वेतन आयोग में संभावित बदलाव
विशेषज्ञों के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 2.86 किया जा सकता है इससे वर्तमान में ₹18,000 के न्यूनतम मूल वेतन में वृद्धि होकर ₹51,480 तक हो सकती है सैलरी में 25% से 30% तक की बढ़ोतरी की उम्मीद है।
पेंशनभोगियों के लिए खुशखबरी
पेंशनधारकों के लिए भी अच्छी खबर है वर्तमान में न्यूनतम पेंशन ₹9,000 है, जो बढ़कर ₹25,740 तक हो सकती है पेंशन में भी 25% से 30% तक की वृद्धि की संभावना है।
भत्तों में संभावित संशोधन
नए वेतन आयोग में विभिन्न भत्तों में भी संशोधन की उम्मीद है:
- महंगाई भत्ता (DA): 53% तक बढ़ सकता है।
- मकान किराया भत्ता (HRA): शहरों के वर्गीकरण के अनुसार संशोधित होगा।
- दैनिक यात्रा भत्ता, शिक्षा भत्ता, और चिकित्सा भत्ता: इनमें भी वृद्धि की संभावना है।
आर्थिक प्रभाव और चुनौतियाँ
इस वेतन वृद्धि से सरकारी कर्मचारियों की क्रय शक्ति बढ़ेगी, जिससे बाजार में मांग में वृद्धि होगी हालांकि, इससे सरकारी खजाने पर वित्तीय बोझ भी बढ़ेगा और निजी क्षेत्र में वेतन वृद्धि का दबाव बन सकता है आयोग के सामने सरकारी खजाने के घाटे को नियंत्रित करना, निजी क्षेत्र के साथ वेतन असमानता को कम करना, और युवा कर्मचारियों के लिए उचित वेतन संरचना बनाना जैसी चुनौतियाँ होंगी।